बात बोलेगी, हम नहीं
सुन्दर, यथार्थ और गंभीर। अर्थात एक सम्पूर्ण रचना।
सही कहा, लड़कियां कभी छोटी नहीं होती हैं, आसपास यही देखता हूं, मां काम करती हैं और सात आठ साल की लड़की अपने छोटे भाई को मां की तरह संभालती है
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सुन्दर, यथार्थ और गंभीर। अर्थात एक सम्पूर्ण रचना।
सही कहा, लड़कियां कभी छोटी नहीं होती हैं, आसपास यही देखता हूं, मां काम करती हैं और सात आठ साल की लड़की अपने छोटे भाई को मां की तरह संभालती है
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