Friday, April 23, 2010

51 सांसदों को मीरा कुमार की गंभीर चेतावनी.....वरना चली जाएगी सांसदी


sansadji.com

निजी संपत्ति मामला

लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने एक गंभीर चेतावनी देते हुए कहा है कि कुछ केन्द्रीय मंत्रियों समेत 51 सांसद अपनी संपत्तियों का खुलासा कर दें, वरना इस मामले में विशेषाधिकार हनन की कार्यवाही हुई तो उन्हें अपनी सदस्यता तक गँवानी पड़ सकती है। लोकसभा सचिवालय के छह रिमाइंडरों और नौ लोकसभा बुलेटिनों में सांसदों से यह औपचारिकता पूरी करने का आग्रह किया जा चुका है। इसके बावजूद ब्योरा नहीं दिया गया है। अपनी संपत्तियों और देनदारियों का ब्योरा नहीं देने वालों में राजद प्रमुख लालू प्रसाद, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, भाजपा के पूर्व नेता कल्याणसिंह, तृणमूल कांग्रेस के तापस पाल, दिग्विजयसिंह (निर्दलीय सदस्य) और कांग्रेस सदस्य दीपेंदरसिंह हुड्डा, राव इंदरजीतसिंह, अवतारसिंह भड़ाना और संजयसिंह शामिल हैं। मीरा कुमार ने अब राजनीतिक दलों के नेताओं से आग्रह किया है कि वे अपने सदस्यों से इस प्रक्रिया को तेज करने को कहें। केंद्रीय मंत्री और नेताओं सहित 51 सांसदों ने अब तक अपनी संपत्तियों और देनदारियों के बारे में दस्तावेज मीरा कुमार को नहीं सौंपे हैं। जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 75-ए (5) के तहत किसी भी सदस्य के लोकसभा नियमों का जानबूझकर उल्लंघन करने के मामले से उसी तर्ज पर निपटा जा सकता है, जिस तरह सदन के विशेषाधिकार हनन से निपटा जाता है। विशेषाधिकार के हनन पर सदन की सदस्यता तक जा सकती है। हमने पार्टी के नेताओं से कहा है कि वे इस प्रक्रिया को तेज करने का अपने सदस्यों से आग्रह कर सहयोग करें। मीरा ने राजनीतिक दलों के नेताओं को लिखे पत्र में कहा है कि सांसदों को सदन की सदस्यता की शपथ लेने के 90 दिन के भीतर यह जानकारी सौंपना जरूरी है। नब्बे दिन की अवधि के अगस्त-सितंबर 2009 में ही खत्म हो जाने के तथ्य के बावजूद आपके दलों के कुछ सदस्यों की ओर से अब भी यह जानकारी मिलने का इंतजार है।

Thursday, April 22, 2010

सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह ने ममता बनर्जी से मांगे जवाब





sansadji.com


गुरुवार को भी संसद में उत्तर प्रदेश के लोकसभा सदस्यों के तमाम सवालों से रेलमंत्री, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री और पेट्रोलियम मंत्री को रूबरू होना है। ज्यादातर सवालों के जवाब पेट्रोलियम मंत्री को देने हैं। प्रतापगढ़ की सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह ने रेलमंत्री ममता बनर्जी से जानना चाहा है कि गत तीन वर्षों के दौरान रेलवे की भू्मि पर अतिक्रमण के कितने मामले जानकारी में आए हैं? रेलवे की भूमि से अवैध कब्जाधारकों को हटाने के लिए रेलवे द्वारा क्या कदम उठाए गए हैं? रेलवे की भूमि/संपत्ति पर अतिक्रमण रोकने के लिए रेलवे द्वारा क्या प्रक्रिया अपनाई गई है? आगरा के सांसद प्रो.रामशंकर ने ममता बनर्जी से पूछा है कि क्या रेलवे ने डॉक्टर ऑन ट्रेन योजना का अनुमोदन कर दिया है और क्या चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए डिब्बों में कोई अतिरिक्त सुविधा मुहैया कराई जाएगी? उत्तरांचल के कांग्रेस सांसद विजय बहुगुणा ने नागर विमानन मंत्री से पूछा है कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा देश में विभिन्न विमानपत्तनों के रन वे के किए जा रहे विस्तार कार्य की स्थिति क्या है और क्या रनवे के विस्तार के लिए राज्य सरकारों से प्राप्त कुछ प्रस्ताव भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के पास लंबित हैं?
हरियाणा के कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री से जानना चाहा है कि क्या इंडियन ऑयल कारपोरेशन के जयपुर स्थित ईंधन भंडार डिपो में लगी विनाशकारी आग के बाद कराई गई जांच में सामान्य सुरक्षा प्रक्रिया का पालन न किया जाना और नितांत लापरवाही इस भारी क्षति के लिए जिम्मेदार रही? क्या तेल उद्योग सुरक्षा निदेशालय डिपुओं और अन्य प्रतिष्ठानों का सुरक्षा मानकों के अनुपाल हेतु आवधिक निरीक्षण सहित उनकी सुरक्षा लेखा परीक्षा करता रहता है? इसी मंत्रालय से सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने सवाल किया है कि क्या नया घरेलू एलपीजी कनेक्शन लेने पर गैस एजेंसियों द्वारा उपभोक्ताओं को अन्य वस्तुएं खरीदने के लिए प्रोत्साहित या बाध्य किया जाता है और क्या उपभोक्ताओं की ओर से ऐसे मामले सरकार के संज्ञान में आए हैं? सुल्तानपुर (यूपी) के कांग्रेस सांसद डॉ.संजय सिंह ने पेट्रोलियम मंत्रालय से सवाल किया है कि क्या ऊर्जा की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कोल बेड मीथेन के प्रयोग को लोकप्रिय बनाया जा रहा है? पिछले तीन वर्षों में ऐसे उत्पादन में कितनी वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है? बिहार के सांसदद्वय वैद्यनाथ प्रसाद महतो और राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने पेट्रोलियम मंत्री से पूछा है कि क्या कच्चे तेल के उत्खनन के लिए तेल तथा प्राकृतिक गैस निगम तथा भारतीय तेल लिमिटेड को 1990 से पूर्व तथा इसके बाद तेल ब्लॉक आवंटित किए गए थे?कितने तेल ब्लॉक आबंटित किए गए थे तथा प्रत्येक तेल ब्लॉक में अनुमानित रूप से कितना तेल भंडार था ? सांसद घनश्याम अनुरागी ने पेट्रोलियम मंत्री से पूछा है कि क्या सरकार की उत्तर प्रदेश के जालौन, झांसी, भोगनीपुर तथा कानपुर देहात क्षेत्रों में नए सीएनजी स्टेशन खोलने की कोई योजना है?
पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी और बलिया के सांसद नीरज शेखर ने खाद्य प्रसंस्करण मंत्री से पूछा है कि क्या सरकार ने देश में शीतागारों की क्षमता बढ़ाने के लिए कोई कार्य योजना तैयार की है और 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान उक्त प्रयोजन में राज्यवार कितनी धनराशि आवंटित की गई? क्या सरकार शीतागार स्थापना में निजीक्षेत्र के निवेश को भी बढ़ावा देना चाहती है? उत्तर प्रदेश के सांसद मिथिलेश कुमार ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री से यह बताने की मांग की है कि केंद्र सरकार द्वारा गत तीन वर्षें के दौरान राज्यों को खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के लिए राज्यवार कितनी वित्तीय सहायता प्रदान की गई? क्या खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के परिणामस्वरूप किसानों को आर्थिक रूप से लाभ प्राप्त हुआ है? क्या सरकार खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए मौजूदा ऋण सीमा में वृद्धि करने पर विचार कर रही है, यदि हां तो ऋण सीमा में राज सहायता का भाग कितने प्रतिशत होगा?

पीएम से आज सांसद कुसुम राय के सवाल



sansadji.com

सांसद कुसुम राय ने आज गुरुवार को प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह से जानना चाहा है कि क्या सरकार परमाणु दायित्व विधेयक लाने के संबंध में विचार कर रही है, जिससे विदेशी परमाणु कंपनियों को भारत में परमाणु रिएक्टर स्थापित करने की अनुमति मिल जाएगी? श्रीमती राय ने पीएम से ये भी जानना चाहा है कि प्रस्तावित विधेयक के कब तक लागू हो जाने की संभावना है? जल संसाधन मंत्री सांसद सुशीला तिरिया के इस सवाल का जवाब देंगे कि क्या यह सच है, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित अनेक शहरों में जल का स्तर बहुत तेजी से नीचे जा रहा है? सरकार इस संबंध में क्या एहतियाती कदम उठा रही है? आज रविशंकर प्रसाद का सवाल होगा कि क्या यह सच है, चीन के राष्ट्रपति ने भारत से अपील की है कि दोनों देशों को पिछली घटनाओं को भुलाकर भविष्य में एक साथ मिलकर कार्य करना चाहिए? क्या सरकार की ओर से भी इस अपील पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है? सांसद जयप्रकाश नारायण सिंह ने संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री से जानना चाहा है कि क्या कुछ टेलीकॉम कंपनियां गलत जानकारी देकर लाइसेंस प्राप्त कर लेती हैं और बाद में निवल मूल्य, रोल आउट, पर्याप्त इक्विटी, लॉक-इन पीरियड आदि से संबंधित शर्तें पूरी करने में असफल रहती हैं और विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड से बिना कोई अनुमोदन प्राप्त किए विदेशी इक्विटी ले आती हैं? उन्होंने ये भी पूछा है कि क्या विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड के अनुमोदन के बिना विदेशी इक्विटी लाने से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा नहीं हो जाएगा, और हां, तो ये सुनिश्चित करने के लिए दूरसंचार विभाग द्वारा क्या कार्यवाही की गई है कि रोल आउट सहित लाइसेंसिंग शर्तों में दिए गए मानदंडों को पूरा करने से पूर्व इन कंपनियों को विदेशी इक्विटी लाने की अनुमति नहीं दी जाए? इनके अलावा मुजफ्फरनगर के सांसद अमीर आलम खान, भाजपा के सांसद प्रभात झा आदि के सवालों के जवाब भी आज संबंधित मंत्री सदन में प्रस्तुत करेंगे। राज्यसभा में आज शहरी विकास मंत्रालय के लिए एस.जयपाल रेड्डी, जल संसाधन मंत्रालय के लिए पवन कुमार बंसल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के लिए वी नारायण सामी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के लिए डी.नेपोलियन और जल संसाधन मंत्रालय के लिए विंसेंट पाला पृथक सूची में दर्ज पत्रों को सदन के पटल पर रखेंगे। प्रस्तुत पत्रों संबंधी समितियों के प्रतिवेदन सांसद संतोष बागडोदिया, जाबिर हुसैन, शादीलाल बत्रा, सत्यव्रत चतुर्वेदी, वीरपालसिंह यादव, डॉ.प्रभा ठाकुर, परवेज हाशमी, अमीर आलम खान, सीताराम येचुरी, वृंदा करात आदि को पेश करने हैं।

Wednesday, April 21, 2010

लोकसभा में आज सबसे ज्यादा गूंजेंगे यूपी के 25 सांसदों के सवाल



sansadji.com

लोकसभा में आज बुधवार को भाजपा सांसद डॉ.मुरली मनोहर जोशी, शाहनवाज हुसैन, मेनका गांधी, वरुण गांधी आदि ने अपने सवालों के जवाब मांगे हैं। बिजनौर के दोनों सांसदों ने मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल से शिक्षा संबंधी प्रश्न किए हैं। आज सबसे ज्यादा यूपी के ही अकेले कुल 25 सांसदों के सवालों से सदन को रू-ब-रू होना है।
21 अप्रैल को लोकसभा में विभिन्न सांसदों ने मानव संसाधन विकास, योजना, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन, जल संसाधन, प्रवासी भारतीय कार्य, संसदीय कार्य, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, विदेश, पर्यावरण और वन, पृथ्वी विज्ञान, संस्कृति, कोयला, परमाणु ऊर्जा मंत्रालय से अपने सवालों के सविस्तार जवाब मांगे हैं। इनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के 25 सांसदों ने सवाल उठाए हैं। आज लोकसभा में उठने वाले इन सवालों के साथ यह भी एक अजीब संयोग होगा कि बिजनौर के दोनों सांसदों सपा के इंजीनियर यशवीर सिंह और रालोद के संजय सिंह चौहान के सवाल लोकसभा में अपनी जवाबदेही चाहेंगे और दोनों ही सांसदों ने मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल से जवाब मांगे हैं। धामपुर के सांसद इंजीनियर यशवीर सिंह ने मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल से ही सवाल किया है कि विवेकाधीन कोटे के अंतर्गत वर्ष 2009-2010 अर्थात 1 मार्च 2009 से 31 अक्तूबर 2009 के दौरान कितने विद्यार्थियों को केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश दिया गया? तत्संबंधी ब्योरा क्या है? गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले कितने बच्चों को इन विद्यालयों में प्रवेश दिया गया है? संजय सिंह चौहान ने मानव संसाधन मंत्री से पूछा है कि क्या सरकार को पता है, ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षक अक्सर लापता रहते हैं तथा पढ़ाई-लिखाई नहीं हो रही है? इस संबंध में सरकार क्या कर रही है? पिछले तीन वर्षों में हर साल तथा चालू वर्ष में इसके लिए सरकार द्वारा राज्यवार कितना धन दिया गया है तथा उसमें से कितना व्यय हुआ है? उत्तर प्रदेश से ही जौनपुर के बसपा सांसद धनंजय सिंह और आंवला की भाजपा सांसद मेनका गांधी के सवाल- जल संसाधन मंत्रालय से हैं। उन्होंने पूछा है कि क्या राष्ट्रीय भूभौतिकी संस्थान, हैदराबाद ने देश के विभिन्न भागों में तेजी से घटते भू-जल स्तर के बारे में कोई अध्ययन कराया है? मानव संसाधन मंत्री से मेनका गांधी ने पूछा है कि क्या विश्व बैंक ने भारतीय निर्माण उद्योग में सिविल इंजीनियरिंग स्नातकों और डिप्लोमा धारकों सहित कुशल जनशक्ति में संभावित कमी के संबंध में कोई अध्ययन कराया है? देश में इस समय कितने सिविल इंजीनियरिंग स्नातक और डिप्लोमाधारक हैं? इलाहाबाद से रेवती रमन सिंह ने पर्यावरण एवं वन मंत्री जयराम रमेश से पूछा है कि देश में पर्यावरण संरक्षण और राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के अंतर्गत कुल कितनी योजनाएं चलाई जा रही हैं? बनारस से भाजपा सांसद डॉ.मुरली मनोहर जोशी ने पृथ्वी विज्ञानमंत्री से पूछा है कि क्या सरकार प्रतिवर्ष आने वाले मानसून की समग्र स्थिति के बारे में अध्ययन कराती है तथा इसके बारे में अपने निष्कर्ष और पूर्वानुमान बताती है? साथ ही उन्होंने पर्यावरण एवं वन मंत्री जयराम रमेश से पूछा है कि क्या सरकार ने मोनसैंटो इंडिया को आनुवांशिक रूप से परिवर्धित बीजों तथा अन्य कृषि आदानों के कारोबार की अनुमति दी है? उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया है कि पिछले कुछ वर्षों में देश में वृद्ध लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और इसका कोई सर्वेक्षण कराया गया है? बदायूं से सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री से पूछा है कि क्या योजना आयोग देश में गरीबी का आकलन कार्य करता है? पीलीभीत से भाजपा सांसद फिरोज वरुण गांधी ने मानव संसाधन विकास मंत्री से जानना चाहा है कि क्या सरकार का विचार मान्यता मांगने वाले स्कूलों के लिए स्कूल भूमि का आकार तथा स्वामित्व, प्रति बच्चा उपलब्ध वास्तविक स्थान, स्कूल के लिए अग्निशमन प्रमाण पत्र तथा प्रयोगशालाएं जैसे अवसंरचनात्मक मानदंड विनिर्दिष्ट करने का है और इस दिशा में सरकार ने क्या कदम उठाए हैं? भदोही से बसपा सांसद गोरखनाथ पांडेय ने विदेश मंत्री से पूछा है कि क्या अपराधियों/जनप्रतिनिधियों को पासपोर्ट जारी कर दिया जाता है? सपा सांसद श्रीमती सुशीला सरोज ने प्रधानमंत्री से सवाल किया है कि देश में वे 26 केंद्रीय भंडार शाखाएं कहां-कहां हैं, जहां लैंडलाइन टेलीफोन सुविधा नहीं की गई है और इसकी क्या वजह रही है? सांसद डॉ.विनय कुमार पांडेय ने कोयला मंत्री से जानना चाहा है कि क्या कोयला मंत्रालय तथा विद्युत मंत्रालय के बीच कर्नपुरा कोलफील्ड का विवाद सुलझा लिया गया है? मेरठ से भाजपा राजेंद्र अग्रवाल ने विदेश मंत्री से सवाल किया है कि क्या संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा अंगीकृत भाषाओं की सूची में हिंदी को शामिल करने के लिए धनराशि की आवश्यकता है? सांसद गोरखप्रसाद जायसवाल ने प्रधानमंत्री से पूछा है कि ऐतिहासिक स्थलों के रख-रखाव का कार्य कर रही निजी क्षेत्र की कंपनियों के लिए क्या मानदंड/शर्त निर्धारित की गई है और क्या संरक्षण कार्य करने के दौरान इन कंपनियों द्वारा उक्त शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा है? सुल्तानपुर से कांग्रेस सांसद डॉ.संजय सिंह ने विदेश मंत्री से यह बताने की मांग की है कि क्या सरकार ने अन्य देशों में स्थित भारतीय सांस्कृतिक केंद्रों के कार्यकलापों की समीक्षा की है और उस समीक्षा के आलोक में क्या कदम उठाए गए हैं? सांसद घनश्याम अनुरागी ने पूछा है कि सरकार इंजीनियरिंग (गेट) के माध्यम से इंजीनियरिंग कालेजों में एमटेक कर रहे छात्रों को वजीफा देती है? राजकुमारी रत्ना सिंह और इज्यराज सिंह ने जलसंसाधन मंत्री से पूछा है कि क्या मंत्रालय ने विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने के लिए अतिरिक्त धनराशि मांगी है? साथ ही रत्नासिंह ने मानव संसाधन मंत्री से पूछा है कि क्या मिडडे मील को काले बाजार में बेंचा जा रहा है? इनके अलावा सांसद कौशलेंद्र कुमार, नीरज शेखर, पीएल पुनिया, दारासिंह चौहान, श्रीमती उषा वर्मा, भीष्मसंकर उर्फ कुशल तिवारी, योगी आदित्यनाथ, पकौड़ी लाल, प्रो.रमाशंकर और सांसद बृजभूषण शरण सिंह के सवालों के जवाब भी आज लोकसभा में प्रस्तुत किए जाने हैं।
उत्तराखंड से कांग्रेस सांसद सतपाल महाराज के सवाल के अलावा इसी पार्टी के सांसद केसी सिंह बाबा ने पर्यावरण एवं वन मंत्री से पूछा है कि क्या देश में पशुओं एवं पक्षियों की कुछ प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं और इस दिशा में सरकार क्या कदम उठा रही है? मध्यप्रदेश से ग्वालियर की सांसद यशोधरा राजे सिंधिया ने प्रधानमंत्री से सवाल किया है कि क्या राज्य सरकारों की ओर से अनुसूचित जाति, जनजाति द्वारा राज्य सरकारों, केंद्र सरकार और सरकारी क्षेत्र के उपक्रमों में आरक्षित पदों पर नियोजन के लिए आरक्षण के उपयोग के संबंध में राष्ट्रीय स्तर के अध्ययन के लिए प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं? इसके अलावा सांसद प्रदीप मांझी, वैद्यनाथ प्रसाद महतो, अर्जुन मुंडा, के.डी.देशमुख, कुमारी सरोज पांडेय, वीरेंद्र कश्यप, देवजी एम.पटेल, सुमित्रा महाजन, बालकुमार पटेल आदि के सवालों के जवाब भी आज लोकसभा में दिए जाएंगे। राजस्थान से रघुवीर सिंह मीणा ने प्रधानमंत्री से पूछा है कि क्या सरकार का विचार आगामी राष्ट्र मंडल खेल 2010 के मद्देनजर दिल्ली में स्थित विभिन्न ऐतिहासिक स्मारकों को नया रूप प्रदान करने का है? क्या कुतुब मीनार, लाल किला, सफदरगंज मकबरे जैसे स्मारकों में पेयजल व जलपान, पार्किंग आदि की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं? विदेश में रह रहे भारतीयों के लिए सरकार क्या सुरक्षा उपाय कर रही है? इनके अलावा इज्यराज सिंह, खिलाड़ी लाल बैरवा, शीशराम ओला, भरतराम मेघवाल, डॉ.किरोड़ीलाल मीणा, अर्जुन राम मेघवाल, लालचंद कटारिया के सवालों के जवाब भी आज दिए जाएंगे। बिहार से राजग सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह ने प्रवासी भारतीय कार्य मंत्री से पूछा है कि क्या सरकार के ध्यान में यह बात आई है कि आस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों में रह रहे भारतीय नागरिक स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं? प्रो.रंजन प्रसाद यादव ने प्रवासी भारतीय कार्य मंत्री से पूछा है कि गत तीन वर्षों में प्रत्येक वर्ष के दौरान अनिवासी भारतीयों के वैवाहिक विवाद से संबंधित कितनी शिकायतें मंत्रालय को प्राप्त हुई हैं? सैयद शाहनवाज हुसैन ने विदेश मंत्री से पूछा है कि क्या यह सच है कि चीन ने हिमालय क्षेत्र में एक स्थल ग्रेट बेंड पर सुरंग खोदकर ब्रह्मपुत्र नदी के रुख को मोड़ने संबंधी एक महत्वाकांक्षी योजना पर कार्य कर रहा है, इसके बारे में सरकार क्या कोई कदम उठा रही है?
इनके अलावा सांसद भूदेव चौधरी, उदय सिंह, श्रीमती रमादेवी, अंजनकुमार एम.यादव,पूर्णमासी राम,जगदानंद सिंह,कै.जयनारायण प्रसाद निषाद,राधामोहन सिंह,रामसुंदर दास,राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और माहेश्वर हजारे ने भी आज अपने सवालों के जवाब चाहे हैं। हरियाणा से कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल ने संसदीय कार्य मंत्री से जानना चाहा है कि क्या मंत्रालय द्वारा विशेषकर विश्वविद्यालयों तथा जवाहर नवोदय विद्यालयों में युवा संसद प्रतियोगिता योजना की समीक्षा की गई है? श्रीमती श्रुति चौधरी प्रधानमंत्री से हरियाणा के संरक्षित स्मारकों का विगत दो वर्षों का स्थानवार ब्योरा मांगा है। कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने पर्यावरण मंत्री से जानना चाहा है कि जेनेटिक इंजीनियरिंग अप्रूवल कमेटी की क्या शक्तियां हैं तथा रिव्यू कमेटी ऑन जेनेटिक मैनीपुलेशन का अधिदेश क्या है?

रैली आज और भाजपा पसीने-पसीने



sansadji.com

महंगाई के खिलाफ भाजपा की आज दिल्ली में राष्ट्रीय रैली हो रही है और पार्टी के वरिष्ठ नेतागण एवं सांसद संख्या बल को लेकर पसीने-पसीने हो रहे हैं। पहले बता रहे थे कि 25 लाख लोग आएंगे। फिर कहा गया कि दस लाख। अब कहा जा रहा है कि आज 5 लाख लोग आएंगे। बहरहाल, 21 अप्रैल को रामलीला मैदान में सभा के बाद रैली संसद की ओर कूच कर जाएगी।
महंगाई के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी में आज होने वाली पार्टी की महारैली के बारे में बताया गया है कि रामलीला मैदान में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के संबोधन के बाद यह रैली संसद भवन की ओर कूच करेगी। उम्मीद जतायी गई है कि महंगाई के मुद्दे पर संसद का घेराव करने के लिये देश भर से बड़ी संख्या में लोग आएंगे। दिल्ली में पड़ रही गर्मी और बढ़ते पारे ने बीजेपी नेताओं के माथे पर पसीना ला दिया है। दरअसल, इन नेताओं को चिंता है कि रामलीला मैदान में भारी तादाद में लोगों को लाने की उसकी रणनीति पर कहीं गर्मी ही पानी न फेर दे। हालांकि हल्की बारिश से पार्टी ने राहत की सांस ली थी, लेकिन गर्मी फिर बढ़ती जा रही है। इसी वजह से पार्टी नेताओं ने रैली में आने वाले कार्यकर्ताओं को धूप से बचाने के लिए इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। कार्यकर्ताओं के लिए टोपी से लेकर पानी के इंतजाम करने में वह जुटी हुई है। ऐसा व्यवस्था की कोशिश की भी जा रही है कि कार्यकर्ताओं को ज्यादा न चलना पड़े। अब पार्टी का दावा है कि रैली में पांच लाख लोग जुटेंगे, हालांकि रामलीला मैदान की क्षमता इससे कहीं कम है। पार्टी की कोशिश है कि गर्मी की मार का असर उसकी रैली पर नजर न आए। पार्टी महासचिव और रैली के कॉर्डिनेटर विजय गोयल का कहना है कि पार्टी ने पूरे इंतजाम किए हैं। तय किया गया है कि रामलीला मैदान को टेंट से कवर किया जाए। साथ ही, जैसे ही कार्यकर्ताओं के वाहन दिल्ली में एंट्री करेंगे, उन्हें धूप से बचने के लिए टोपियां दी जाएंगी। रामलीला मैदान के आसपास तो पानी के टैंकर लगाए ही जा रहे हैं, साथ ही जगह-जगह पानी के पाउच मुहैया कराने की भी कोशिश रहेगी। विभिन्न जिलों से ये पाउच मंगाए गए हैं। रामलीला मैदान की ओर जाने वाली सड़कों पर पानी के एक सौ से ज्यादा स्टॉल लगाए जाएंगे। इसके अलावा ओआरएस और ग्लूकोज की व्यवस्था भी होगी। ठहरने व्यवस्था अजमल खां पार्क में खुले में इंतजाम करने के अलावा कुछ धर्मशालाएं भी बुक हैं। उधर, रैली के कारण रेलवे मालामाल हो रहा है। राजधानी में भीड़ के माध्यम से अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में लगी भाजपा ने लगभग तीन दर्जन ट्रेन और दो सौ से अधिक बोगियों की बुकिंग कराई है। भीड़ के लिए पार्टी नेता पूरी ताकत झोंक दिए थे। भीड़ को लेकर महाराष्ट्र सबसे आगे माना जा रहा है। वहां से लगभग 14 ट्रेन बुक कराई गई थीं। मप्र से तीन ट्रेन तथा दो दर्जन बोगी बुक हुईं और छत्तीसगढ़ के 38 बोगी। सबसे अधिक जोर दिल्ली से जुड़े राज्यों राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उप्र पर रहा। मंगलवार देर रात तक पार्टी नेता रैली की व्यवस्थाओं में व्यस्त रहे। उधर, रैली सफल बनाने के लिए दिल्ली के मेयर तथा अन्य पदाधिकारियों का चुनाव दो दिन के लिए टाल दिया गया है। रैली को सफल बनाने के लिए यह जरूरी हो गया था।

Sunday, April 18, 2010

भोजपुरी के अश्लील गीतों पर प्रहार करे मीडियाः मालिनी अवस्थी



भोजपुरी की मशहूर गायिका मालिनी अवस्थी का कहना है कि मीडिया यदि अश्लील भोजपुरी गानों को हतोत्साहित और अच्छे गानों को प्रोत्साहित करे तो बेहतर प्रतिभाओं को देश-विदेशों में नाम रोशन करने का मौका मिलेगा। भोजपुरी के प्रमुख गायकों का कहना है कि इस भाषा के कुछ गीतों में अश्लीलता का स्तर अब इस हद तक बढ़ गया है कि इससे गीतों का माधुर्य और भाषा का लालित्य एकदम खत्म हो चला है। भोजपुरी की विख्यात गायिका मालिनी अवस्थी ने भाषा के साथ बातचीत में कहा कि किसी भी भाषा के लोकगीतों की तरह भोजपुरी गीतों में भी लोकजीवन का प्रचुर माधुर्य है। लेकिन व्यावसायिक तत्वों के हावी होने के कारण ऐसे गीतों को अधिक महत्व दिया जाने लगा है, जिनमें अश्लीलता भरी है। भोजपुरी लोकगीतों को मूलत: चार श्रेणियों संस्कार गीत, रितुपरक गीत, श्रम आधारित सामूहिक गीत और जातीय गीत में वर्गीकृत किया जा सकता है। इनमें कुछ जातीय गीतों को छोड़कर बाकी सभी में लोकजीवन की सोंधी गंध भरी हुई है। तात्कालिक लाभ के कारण कुछ तत्व जानबूझ कर ऐसे गीतों को पेश कर रहे हैं जिनमें अश्लीलता का बोलबाला है, लेकिन इससे यह अर्थ नहीं लगाया जाना चाहिए कि भोजपुरी भाषी सिर्फ ऐसे ही गीतों को पसंद करते हैं। भोजपुरी भाषी लोगों में अच्छा संगीत सुनने की बेहद ललक है। हाल में एक निजी टेलीविजन चैनल के संगीत प्रतियोगिता कार्यक्रम में वह निर्णायक की हैसितय से गयी थीं और वहां उन्होंने देखा कि कई नयी प्रतिभाएं भोजपुरी में उभरकर सामने आ रही हैं। यदि मीडिया में इन प्रतिभाओं को मौका मिले तो अश्लील गानों पर अपने आप रोक लगेगी।