Thursday, April 22, 2010

सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह ने ममता बनर्जी से मांगे जवाब





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गुरुवार को भी संसद में उत्तर प्रदेश के लोकसभा सदस्यों के तमाम सवालों से रेलमंत्री, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री और पेट्रोलियम मंत्री को रूबरू होना है। ज्यादातर सवालों के जवाब पेट्रोलियम मंत्री को देने हैं। प्रतापगढ़ की सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह ने रेलमंत्री ममता बनर्जी से जानना चाहा है कि गत तीन वर्षों के दौरान रेलवे की भू्मि पर अतिक्रमण के कितने मामले जानकारी में आए हैं? रेलवे की भूमि से अवैध कब्जाधारकों को हटाने के लिए रेलवे द्वारा क्या कदम उठाए गए हैं? रेलवे की भूमि/संपत्ति पर अतिक्रमण रोकने के लिए रेलवे द्वारा क्या प्रक्रिया अपनाई गई है? आगरा के सांसद प्रो.रामशंकर ने ममता बनर्जी से पूछा है कि क्या रेलवे ने डॉक्टर ऑन ट्रेन योजना का अनुमोदन कर दिया है और क्या चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए डिब्बों में कोई अतिरिक्त सुविधा मुहैया कराई जाएगी? उत्तरांचल के कांग्रेस सांसद विजय बहुगुणा ने नागर विमानन मंत्री से पूछा है कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा देश में विभिन्न विमानपत्तनों के रन वे के किए जा रहे विस्तार कार्य की स्थिति क्या है और क्या रनवे के विस्तार के लिए राज्य सरकारों से प्राप्त कुछ प्रस्ताव भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के पास लंबित हैं?
हरियाणा के कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री से जानना चाहा है कि क्या इंडियन ऑयल कारपोरेशन के जयपुर स्थित ईंधन भंडार डिपो में लगी विनाशकारी आग के बाद कराई गई जांच में सामान्य सुरक्षा प्रक्रिया का पालन न किया जाना और नितांत लापरवाही इस भारी क्षति के लिए जिम्मेदार रही? क्या तेल उद्योग सुरक्षा निदेशालय डिपुओं और अन्य प्रतिष्ठानों का सुरक्षा मानकों के अनुपाल हेतु आवधिक निरीक्षण सहित उनकी सुरक्षा लेखा परीक्षा करता रहता है? इसी मंत्रालय से सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने सवाल किया है कि क्या नया घरेलू एलपीजी कनेक्शन लेने पर गैस एजेंसियों द्वारा उपभोक्ताओं को अन्य वस्तुएं खरीदने के लिए प्रोत्साहित या बाध्य किया जाता है और क्या उपभोक्ताओं की ओर से ऐसे मामले सरकार के संज्ञान में आए हैं? सुल्तानपुर (यूपी) के कांग्रेस सांसद डॉ.संजय सिंह ने पेट्रोलियम मंत्रालय से सवाल किया है कि क्या ऊर्जा की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कोल बेड मीथेन के प्रयोग को लोकप्रिय बनाया जा रहा है? पिछले तीन वर्षों में ऐसे उत्पादन में कितनी वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है? बिहार के सांसदद्वय वैद्यनाथ प्रसाद महतो और राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने पेट्रोलियम मंत्री से पूछा है कि क्या कच्चे तेल के उत्खनन के लिए तेल तथा प्राकृतिक गैस निगम तथा भारतीय तेल लिमिटेड को 1990 से पूर्व तथा इसके बाद तेल ब्लॉक आवंटित किए गए थे?कितने तेल ब्लॉक आबंटित किए गए थे तथा प्रत्येक तेल ब्लॉक में अनुमानित रूप से कितना तेल भंडार था ? सांसद घनश्याम अनुरागी ने पेट्रोलियम मंत्री से पूछा है कि क्या सरकार की उत्तर प्रदेश के जालौन, झांसी, भोगनीपुर तथा कानपुर देहात क्षेत्रों में नए सीएनजी स्टेशन खोलने की कोई योजना है?
पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी और बलिया के सांसद नीरज शेखर ने खाद्य प्रसंस्करण मंत्री से पूछा है कि क्या सरकार ने देश में शीतागारों की क्षमता बढ़ाने के लिए कोई कार्य योजना तैयार की है और 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान उक्त प्रयोजन में राज्यवार कितनी धनराशि आवंटित की गई? क्या सरकार शीतागार स्थापना में निजीक्षेत्र के निवेश को भी बढ़ावा देना चाहती है? उत्तर प्रदेश के सांसद मिथिलेश कुमार ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री से यह बताने की मांग की है कि केंद्र सरकार द्वारा गत तीन वर्षें के दौरान राज्यों को खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के लिए राज्यवार कितनी वित्तीय सहायता प्रदान की गई? क्या खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के परिणामस्वरूप किसानों को आर्थिक रूप से लाभ प्राप्त हुआ है? क्या सरकार खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए मौजूदा ऋण सीमा में वृद्धि करने पर विचार कर रही है, यदि हां तो ऋण सीमा में राज सहायता का भाग कितने प्रतिशत होगा?

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