Wednesday, February 24, 2010

क्या-कुछ होने वाला है महिला आरक्षण बिल पर!

केंद्रीय कानून मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने कहा है कि महिला आरक्षण विधेयक उसके मूल स्वरूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल को भेज दिया गया है। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल कह ही चुकी हैं कि सरकार महिला आरक्षण बिल को जल्द संसद से पारित कराने के लिए संकल्पित है। मोइली कहते हैं कि संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट के हिसाब से ही महिला आरक्षण विधेयक को उसके मूल रूप में मंत्रिमंडल के पास भेजा गया है। यह खबर
विस्तार से डॉट कॉम...sansadji.com पर पढ़ी जा सकती है। इसके अलावा इस न्यूज पोर्टल पर ये भी पढ़ा जा सकता है............अब अमर ने बरेली में साधा मुलामय पर निशानाः राजवीर का अमर को अपनी पार्टी में बुलावाः राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने बरेली में क्षत्रिय महासभा तथा बरेली बार एसोसिएशन के प्रोग्राम में कहा कि मैं मुलायम सिंह से बड़ा पहलवान हूं। मुलायम अखाडे के पहलवान हैं, मैं राजनीति का। कहते हैं कि 14 साल तक वह एक सूखे तालाब में रहे। वहां तो परिवारवाद हावी है। यही चिंता की सबसे बड़ी बात है। मुलायम सिंह को परिवार के अलावा कुछ भी दिखायी नहीं पड़ रहा है। गजराज मुलायम सिंह के दो दांत थे लेकिन अब उनमें से एक भी उनके साथ नहीं रहा। संसद से प.बंगाल तकः आज दौड़ेगी दीदी की रेलः रेल मंत्री ममता बनर्जी आज वर्ष 2010-11 का रेल बजट परोसने जा रही हैं। चर्चाएं हैं कि लीक हो गया बजट, लीक हो गया? खैर, ऐसी सूचनाओं की जानकारी न भी रखें तो पता चलता है कि रेल बजट पर केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के हस्ताक्षर कराने में इस बार रेलमंत्री को भारी जिच झेलनी पड़ी। केंद्र की मिलीजुली सरकार की प्रतिबद्धता में प्रणब दा ने न चाहते हुए भी ममता के 24 रेल प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी। यूपी में फिर गर्माने लगी है वरुण गांधी की सियासतः उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की राजनीति नए सिरे से गर्माने की ओर है। एक ओर जहां भाजपा के फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी की सभा पर रोक लगाने के सहारनपुर जिला प्रशासन के फैसले के खिलाफ भाजपा ने कमर कस ली है, दूसरी तरफ लखनऊ की सड़कों पर सत्ता से दो-दो हाथ करने के लिए सांसद एवं पूर्व पार्टी अध्यक्षद्वय राजनाथ सिंह, मुरली मनोहर जोशी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कलराज मिश्र, मुख्तार अब्बास नकवी, सांसद लाल जी टण्डन, विनय कटियार कल ललकारने वाले हैं। मीरा कुमार चिंति हैं संसद के मौजूदा हो-हल्ले सेः कीमतों में वृद्धि को आम आदमी की परेशानी का मुद्दा बताते हुए लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने इस बात पर खिन्नता जताई कि इस विषय पर बुधवार को सदन में चर्चा नहीं हो पाई। मैं चाहती थी कि सदन में इस मुद्दे पर चर्चा हो, लेकिन किस नियम के तहत चर्चा कराई जाए, इसे ले कर कार्यवाही बाधित हो गई। मूल्य वृद्धि एक ऐसा मुद्दा है, जिसका लोग समाधान चाहते हैं। सोरेन पहुंचे चिदंबरम से मिलने दिल्ली...सांसदों का बंगला क्यों नहीं छोड़ रहे वे नेता या उनके परिजन!


1 comment:

surya goyal said...

आपके ब्लॉग का खूब तसल्ली से चक्कर काट कर आ रहा हूँ. महिलाओ पर बहुत कुछ लिखा है और बहुत लिखना अभी बाकी है. अब आपने कहा की महिला विल पास होने वाला है. लेकिन मै यह नहीं समझ पा रहा हूँ की आपको यह कैसे लगा. शायद इसलिए की आज भारत की राष्ट्रपति और सभापति महिलाये है. लेकिन संसद तो वही है और संसद में लड़ने वाले भी वही है जो लम्बे अरसे से यही पर ही है. लड़ने वाले इसलिए की वो अपने लिए तो लड़ सकते है लेकिन महिला विल या देश के लिए नहीं. फिर भी आपके विचार अच्छे है और अच्छे लेखन के लिए मेरी बधाई स्वीकार करे. फर्क मात्र इतना है की आपने अपने दिल की बात कही और मैं अपने की दिल की बात से गुफ्तगू करता हूँ. आपका भी मेरी गुफ्तगूमें स्वागत है.
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