Monday, March 8, 2010

सोनिया की फोटो पर दो करोड़ फूंक देंगे लेकिन महंगाई नही घटेगी!



विश्व महिला दिवस, महिला राष्ट्रपति, महिला लोकसभा अध्यक्ष, दिल्ली-उत्तर प्रदेश में महिला मुख्यमंत्री और अब महिला आरक्षणबिल.......... इस बिल से देश में पुरुष-वर्चस्वजीवी समाज में महिलाओं कीकितनी भागीदारी बढ़ जाएगी, ये पंचायत राज, मनरेगा आदि से साबित होचुका है। लालू यादव कहते हैं कि राबड़ी देवी को आज राज्यसभा में बिल कासमर्थन या विरोध करना हो तो क्या बिना मेरी मर्जी के कर लेंगी! समाज कोजहां से बदलना है, वहां से नहीं बदलेंगे, जो कि सबसे ज्यादा जरूरी हैमहिलाओं की शिक्षा सबसे प्राथमिक हो। उस पर कितना बजट तय कियाजाता है, उसी से खुलासा हो जाएगा कि बिल को लेकर इतना बकबकाने वालेये राजनेता, भाजपा के हों या कांग्रेस के, कितना खयाल रखते हैं। जो चुनलिया जाता है, वह सरकारी खजाने को अपनी तिजोरी का माल समझ करफूंकने लगता है।
ये
हाल है हमारे लोकतंत्र का। सिर्फ एक राजनेता की तस्वीर उठाकर देख लीजिए, सच्चाई पता चल जाएगी किजनता के पैसे का कैसे लुटेरों की तरह दुरुपयोग हो रहा है और कहा जाता है कि लोग लड़ने के लिए बंदूक क्यों उठाले रहे हैं। जब जनता के पैसे की इस तरह लूट मची होगी तो भूखो मर रही जनता करे भी तो क्या करे। और उनपरिवारों की अशिक्षित महिलाओं का दर्द कितना गहरा है, वह तो इस देश की महिला राष्ट्रपति महसूस करसकती हैं मुख्यमंत्री कांग्रेस सुप्रीमो, जो जनता के पैसे से महारानियों की तरह ठाट का जीवन बिता रही हैं। येकितना क्रूर मजाक हो सकता है कि सोनिया गांधी की फोटो पर दो करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए, और कहा जाता हैकि महंगाई नहीं घटाई जा सकती, क्योंकि ये भी एक तरह का विकास कार्य है। सूचना के अधिकार के तहत हिसारहरियाणा) के सामाजिक कार्यकर्ता रमेश वर्मा ने जब एक सूचना मांगी कि सोनिया के चित्र किस आधार, योग्यता, पद आदि के कारण प्रकाशित किए गए तो जवाब मिला कि रिकॉर्ड के अनुसार इस प्रकार की कोई जानकारी नहींहै। सूचना के अघिकार अधिनियम के तहत यह जानकारी चाहिए थी। दिल्ली सरकार के सूचना एवं प्रचारनिदेशालय ने मई 2007 से अगस्त 2009 के बीच सोनिया से संबंधित 7,483 वर्ग सेंटीमीटर विज्ञापनों पर एककरोड़ 90 लाख 55 हजार 837 रूपए खर्च किए। दिल्ली सरकार के सूचना एवं प्रचार निदेशालय में जन सूचनाअघिकारी नलिन चौहान ने अपने जबाव में केवल दो वर्ष तीन महीने का ब्यौरा उपलब्ध कराया। अंत में बतायागया कि दिल्ली सरकार ने सवा दो साल में संप्रग और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तस्वीरों वाले विज्ञापनों परकरीब दो करोड़ रूपए खर्च किए।
(

No comments: