Wednesday, March 17, 2010

सांसद डी राजा केंद्र सरकार पर बरसे



(sansadji.com)

देश में महंगाई को सबसे ‘ज्वलंत’ मुद्दा बताते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने सरकार पर आरोप लगाया है कि स्थिति का पता होने के बावजूद वह कार्रवाई नहीं करना चाहती। भाकपा नेता डी राजा ने कहा कि देश में आज महंगाई सबसे ज्वलंत मुद्दा है। लोग सोचते हैं कि सरकार महंगाई की समस्या का हल करने के तरीके तलाशने के लिहाज से अंधेरे में है, लेकिन यह बात सही नहीं है। जो लोग सत्ता में हैं, उन्हें पता है कि देश में क्या हो रहा है लेकिन वे कार्रवाई नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि मूल्य वृद्धि के बोझ से दबी जनता की भावना को समझने की जरूरत है क्योंकि उसकी नाराजगी अब निराशा में बदलने लगी है। डी. राजा ने कहा कि आर्थिक समीक्षा में थोक बिक्री मूल्य इन्डेक्स और उपभोक्ता मूल्य इंडेक्स के बीच खाई की बात स्वीकारी गयी है। समीक्षा जीडीपी विकास दर के 7.2 प्रतिशत तक रहने की बात करती है, तो वह (सरकार) जीडीपी दर हासिल करके खुश है लेकिन वह जनता की तकलीफ को लेकर चिन्तित नहीं है। उन्होंने कहा कि मुक्त बाजार अर्थव्यवस्था और नव उदारवाद के नाम पर यह सरकार अर्थव्यवस्था का प्रबंधन करने में विफल रही है। उल्लेखनीय है कि खाद्य पदार्थों की ऊंची कीमतों के खिलाफ वाम दलों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विगत शुक्रवार को राजधानी में प्रदर्शन किया था। इसकी गूंज संसद में भी सुनाई दी थी, जहां वाम दलों के सांसद इस मसले पर दोनों सदनों से वाकआउट कर गए थे। लोकसभा में समाजवादी पार्टी के सांसदों ने भी उनके साथ वाकआउट किया था, जबकि भाजपा, राजद, बसपा व बीजद ने उनका समर्थन किया था। उनकी मांग थी कि सरकार महंगाई पर श्वेत-पत्र जारी करे।



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