Monday, March 15, 2010

पहली बार 'महिला बिल' पर बरसीं बहनजी

14 अप्रैल को जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन करेंगे बसपा के कार्यकर्ता

माया बोलीं- दलित-पिछड़ी-मुस्लिम महिलाओं को अलग से आरक्षण दो

(sansadji.com सांसदजी डॉट कॉम से)

लखनऊ में आज दलितों की विशाल रैली में बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने राज्यसभा में बिल का विरोध जताने का कारण दुहराते हुए कहा कि उनकी पार्टी महिला आरक्षण विधेयक के विरोध में 14 अप्रैल को राज्य में धरना-प्रदर्शन करेगी। बसपा की स्थापना की 25 साल पूरा होने के मौके पर सोमवार को मायावाती ने लखनऊ में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ता भीमराव आम्बेडकर के जन्मदिन 14 अप्रैल को महिला आरक्षण विधेयक के खिलाफ उत्तर प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर धरना देंगे। बसपा इस विधेयक में दलितों के साथ-साथ पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं के लिए भी आरक्षण का प्रावधान किए जाने की पक्षधर है। इसी वजह से राज्यसभा में बसपा ने इस विधेयक पर हुए मतदान का बहिष्कार किया था। बसपा की 25वीं वषर्गांठ एवं पार्टी के संस्थापक मान्यवर कांशीराम की जयंती पर आयोजित ’महारैली’ में देश के कोने कोने से आये लाखों बसपा कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटी और पार्टी ने विपक्षी दलों को ‘दिल थाम के बैठो’ के अंदाज में अपनी ताकत का भरपूर एहसास कराया। राजधानी के लगभग 70 एकड में फैले रमाबाई मैदान में देश के विभिन्न भागों से आए लाखों बसपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो ने जब उनके यहां आने पर उनका अभिनन्दन किया तो पूरा माहौल ’मायावती संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ’ के नारों से गूंज उठा। रैली में मायावती ने अपना ज्यादातर भाषण मूर्ति प्रकरणों पर केंद्रित रखा। रैली पर जनता के करोड़ों रुपये की फिजूलखर्ची के आरोप लगाए गए हैं। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने रैली को सरकारी समारोह करार देते हुए कहा है कि सरकारी पैसे और सराकारी अफसरों के बूते पर जुटाई गई ऐसी रैलियों का कोई महत्व नहीं होता है।

No comments: