Sunday, March 14, 2010
पहले सचिन, फिर सोनिया गांधी, अब डॉ. कर्णसिंह को भारत रत्न देने की वकालत
(sansadji.com सांसदजी डॉट कॉम से)
एक मैच में दो सौ रन बनाने पर मास्टर ब्लॉस्टर सचिन तेंदुलकर को, फिर महिला आरक्षण बिल विधेयक राज्यसभा से पारित होने पर संप्रक सुप्रीमो सोनिया गांधी को, अब सांसद करण सिंह को भारत रत्न देने की मांग उठी है। ये वकालत और कोई नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एम.के. नारायणन ने की है। कोलकाता में भारतीय सांस्कृतिक संबद्ध परिषद के एक कार्यक्रम में पूर्व सुरक्षा सलाहकार तथा प्रदेश के राज्यपाल एम के नारायणन ने कहा कि अगर कोई एक व्यक्ति देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न पा सकता है तो वह डा. करण सिंह के अलावा दूसरा कोई नहीं है। मैं आशा करता हूं कि जो लोग सत्ता में हैं, वे उनके जैसे लोगों के महत्व की पहचान करेंगे और उन्हें सर्वोच्च सम्मान से सम्मनित करेंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद, राजनेता, लेखक तथा राजनयिक को 2005 में देश के दूसरे सर्वोच्च सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। भारतीय संस्कृति संबद्ध परिषद के अध्यक्ष करण सिंह (79) को देश का ‘धार्मिक दूत’ करार देते हुए नारायणन ने कहा कि वह लगातार बेहतर काम करते आ रहे हैं और लंबे समय से धार्मिक संदेशों को प्रचारित और प्रसारित कर रहे हैं। दुनिया के महान क्रिकेट सचिन तेंदुलकर को यह सम्मान देने की मांग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने दोनों की तुलना करने से इंकार कर दिया। राज्यपाल ने कहा कि मैं इस बात की तुलना नहीं करना चाहता कि किसे पुरस्कार दिया जाना चाहिए और किसे नहीं। कुल मिला कर मैं यह कह सकता हूं कि इस पुरस्कार के लिए मैं करण सिंह का पक्षधर हूं।
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